हृदय रोग के सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को प्रति माह छह लाख रुपये मानदेय, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

उत्तराखंड में हृदय रोग विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के लिए सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को प्रति माह छह लाख रुपये मानदेय दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर कार्डियोलॉजिस्ट सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर को उच्च पैकेज देने की मंजूरी दे दी है।चारधाम यात्रा को देखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में दो कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 22 अगस्त को साक्षात्कार होंगे।

पर्वतीय जिलाें में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार ने यू कोट वी पे फार्मूले को लागू किया है। इसके तहत विभिन्न रोग के स्पेशलिस्ट को अधिकतम चार लाख रुपये तक प्रति माह मानदेय निर्धारित किया गया है। अब केंद्र सरकार ने एनएचएम के तहत हृदय रोग के सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर संविदा पर नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। जिन्हें प्रति माह 6 लाख रुपये मानदेय दिया जाएगा।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर. राजेश कुमार ने बताया कि यू कोट वी पे फार्मूले के तहत स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की संविदा पर भर्ती की जा रही है। तीसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई। 22 अगस्त को साक्षात्कार होंगे। फार्मूले के तहत पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात होने वाले डॉक्टरों को उच्च मानदेय दिया जाएगा।

जिसमें स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को 4 लाख और हृदय रोगों से जुड़े सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को 6 लाख रुपये प्रति माह का पैकेज निर्धारित किया गया। सचिव ने बताया कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब स्थापित की गई है। जहां पर सुपर स्पेशलिस्ट कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टरों को तैनाती दी जाएगी।

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