14 लाख से ज्यादा भक्तों ने गंगोत्री-यमुनोत्री में दर्शन, धामों के कपाट बंद होने की यह तारीख

विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर पहुंचे है। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम की बात करें तो यहां अब तक 14 लाख 23 हजार से ज्यादा श्रद्धालु तक दर्शन कर लौट चुके हैं।

आपको बता दें कि गंगोत्री धाम के कपाट दो नवंबर जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट 3 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे। अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर गत दस मई को गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए थे।

यात्रा को शुरु हुए करीब 156 दिन पूरे हो चुके हैं। आंकड़ों के आधार पर इस साल इन दोनों धामों में प्रतिदिन औसतन 8989.49 तीर्थयात्रियों को आगमन हुआ है। गत वर्ष इन दोनों धामों पर 16,40,418 यात्री आए थे, जो इससे पहले के सालों की तुलना में सर्वाधिक है।

गत वर्ष यमुनोत्री मे 208 दिन एवं गंगोत्री में 207 दिन का यात्राकाल रहा और इन दोनों धामों में पहॅुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या का दैनिक औसत 7905.63 था। यात्रा के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल इन दोनों धामों पर प्रतिदिन पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों का औसत आंकड़ा सर्वकालिक उच्च माना जा रहा है।

अब यात्राकाल के महज 20 दिन शेष रहे गए हैं। परंपरानुसार शीतकाल के आगमन पर गंगोत्री मंदिर के कपाट आगामी 2 नवंबर को अन्नकूट पर्व पर बंद हो जाएंगे और यमुनोत्री मंदिर के कपाट भैयादूज के पर्व पर आगामी 3 नवंबर को बंद होंगे।

इस प्रकार अब गंगोत्री धाम की यात्रा के लिए 20 दिन और यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए 21 दिन का यात्राकाल शेष रह गया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है दोनों धामों के दर्शन करने वाले की संख्या में अभी और इजाफा होगा।

वहीं दूसरी ओर डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभागो व संगठनो को यात्राकाल के अंतिम दौर में यात्रा व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए तत्परता से जुटे रहने तथा यात्रा को सुगम, सुरक्षित व सुव्यस्थित ढंग से संचालित करने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।

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