उत्तराखंड में एक बार फिर बिजली संकट गहराने लगा है। बिजली उत्पादन की कमी की वजह से बिजली उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। व्यासी और चीला से उत्पादन ठप होने से बिजली का संकट खड़ा हो गया है। दोपहर बाद राज्य के कई गांवों के साथ ही शहरों में भी बिजली कटौती करनी पड़ी।
पिटकुल मैनेजमेंट की लंबी मशक्कत के बाद शुक्रवार रात नौ बजे के करीब उत्पादन शुरू कर दिया। व्यासी जल विद्युत से 120 मेगावाट बिजली उत्पादन होता है। इस हाइड्रो प्रोजेक्ट से बिजली पिटकुल के जिस टॉवर से होकर सप्लाई सिस्टम तक पहुंचती है, वो खतरे की जद में आ गया है।
विकासनगर जाखन क्षेत्र में हुए भूस्खलन की जद में ये टॉवर भी आ गया है। टॉवर एक ओर थोड़ा सा झुक गया है। इन दोनों अहम प्रोजेक्ट से बिजली न मिलने के कारण रुद्रपुर, बाजपुर, जसपुर, महुवाखेड़ा, काशीपुर, खटीमा, सितारगंज, रुड़की, धनौरी, ब्रहमपुर, लक्सर, ज्वालापुर, विकासनगर, डोईवाला, सेलाकुईं, मोहनपुर क्षेत्र में एक घंटे से लेकर दो दो घंटे की बिजली कटौती करनी पड़ी।