मणिपुर हिंसा के अलावा कई मुद्दों को लेकर संसद में पिछले कुछ दिनों से लगातार हंगामा हो रहा है। संसद में हंगामे के चलते बीजेपी ने विपक्ष को आड़े हाथ लिया है। बीजेपी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां संसद में मणिपुर हिंसा पर चर्चा से भाग रही है। बीजेपी ने कहा कि विपक्षी दलों को चर्चा में कोई दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि वे जानते हैं कि सरकार के पास उनके सवालों का उचित जवाब है।
बता दें कि मणिपुर की घटना पर विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A के नेताओं ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एक ज्ञापन सौंपा। विपक्षी नेताओं ने मणिपुर मुद्दे पर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की गई है। विपक्ष ने पीएम मोदी से मणिपुर का दौरा करने की भी मांग की है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘सरकार बहस के लिए तैयार है। गृह मंत्री अमित शाह जो मणिपुर गए थे, वह जवाब देने के लिए तैयार हैं। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि उनकी समस्या क्या है। लोग भी नहीं समझ पा रहे हैं।’
अमित शाह जवाब देने के लिए तैयार
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने भी विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता मणिपुर और राष्ट्रपति आवास जा सकते हैं, लेकिन इस मुद्दे पर संसद में बहस में भाग नहीं ले सकते।
इस बात का कोई तर्क नहीं है कि पीएम को इस पर जवाब देना चाहिए। सरकार सामूहिक जिम्मेदारी के साथ काम करती है और इस मामले में अमित शाह जवाब देने के लिए तैयार हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि विपक्षी नेता जानते हैं कि सरकार के पास उनके द्वारा उठाए गए सभी सवालों के जवाब हैं। यही कारण है कि वे संसद में बहस से भाग रहे हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, ‘सरकार ने बार-बार कहा है कि वह मणिपुर समेत हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष तैयार नहीं है और वे संसद को बाधित करना चाहते हैं।’