टोल प्लाजा पर उत्तर प्रदेश के सिपाही और उसके परिवार के साथ मारपीट कर उसकी गाड़ी में तोड़फोड़ मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। टोलकर्मियों के खिलाफ बहादराबाद पुलिस ने लूट सहित प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। उसके बाद टोल प्लाजा के मैनेजर सहित 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया।सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार की रात उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात सिपाही वीर सिंह पुत्र जसवंत सिंह निवासी ग्राम घाट परतापुर मेरठ अपनी गाड़ी से परिवार के साथ हरिद्वार से घर लौट रहे थे।
परिवार पर लाठी-डंडों से हमला बोला
बहादराबाद टोल प्लाजा पर पहुंचते ही कर्मचारियों ने 200 रुपये टोल फीस मांगी। 200 रुपये देने के बाद रसीद दे दी गई। आरोप है कि कुछ दूरी पर चलते ही रसीद देखी तो उस पर अन्य वाहन का नंबर डला हुआ था। इसका विरोध करने पर टोल पर मौजूद कर्मचारियों ने गाली-गलौज करते हुए सिपाही और उसके परिवार पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया।
सिपाही वीर सिंह का आरोप है कि कर्मचारियों ने उनका मोबाइल फोन छीनकर कार में बैठी पत्नी और बच्चों के साथ भी मारपीट की। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के मामला संज्ञान में आते ही बहादराबाद थाना प्रभारी नरेश राठौड़ को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इस पर आरोपियों के खिलाफ लूट, बलवा, मारपीट, धमकी सहित प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। विवेचक चरण सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए बयान दर्ज किए। शनिवार को मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल