मसूरी घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है. जल्द ही पर्यटकों को देहरादून-मसूरी के बीच आवागमन के लिए रोपवे की सुविधा मिलेगी. साल 2026 तक देहरादून-मसूरी रोपवे बनकर पर्यटकों के लिए तैयार हो जाएगा.
साल 2026 तक देहरादून-मसूरी के बीच पर्यटक रोपवे की सुविधा का आनंद ले सकेंगे. बता दें कि फाइएल इंडस्ट्रीज के नेतृत्व वाले मसूरी स्काई कार कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ने दोनों नगरों के बीच रोपवे परियोजना पर काम तेज कर दिया है. देहरादून-मसूरी रोपवे दुनिया के पांच सबसे लंबे मोनो-केबल रोपवे सिस्टम में से एक होगा. इस परियोजना की कुल लागत 300 करोड़ रुपये है. जानकारी के मुताबिक 5.5 किलोमीटर लंबी ये रोपवे परियोजना दो चरण में बनाई जा रही है. अब तक देहरादून से मसूरी पहुंचने में तीन से चार घंटे का समय लगता था. इस रोपवे के बनने के बाद देहरादून से मसूरी केवल 15 मिनट में पहुंच जाएंगे.
साल 2026 तक Dehradun-Mussoorie Ropeway रोपवे परियोजना का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके बाद देहरादून और मसूरी की दूरी केवल 15 मिनट की रह जाएगी. बता दें कि देहरादून से मसूरी की दूरी सड़क मार्ग से 33 किलोमीटर की है. रोपवे में ऑटोमैटिक यात्री ट्राली लगाई जाएंगी. इन ट्रॉलियों के दरवाजे ऑटोमैटिक होंगे. इनके माध्यम से एक घंटे में करीब 1300 लोग मसूरी पहुंच सकेंगे.
बता दें देहरादून के पुरकुल गांव में रोपवे का लोअर टर्मिनल तैयार हो चुका है. इसके अलावा पार्किंग का फाउंडेशन भी लगभग तैयार हो चुका है. रोपवे का अपर टर्मिनल मसूरी के गांधी चौक में होगा. इसके लिए अप्रोच रोड का काम प्रगति पर है. इस रोपवे का एक छोर देहरादून के पुरकुल गांव में होगा. पुरकुल गांव में पर्यटकों को वाहन पार्क करने के लिए 10 मंजिला मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण किया जायेगा. इस पार्किंग में करीब दो हजार से अधिक वाहन खड़े हो सकेंगे. यहीं से यात्री मसूरी के लिए रोपवे से उड़ान भरेंगे. पुरकुल गांव में यात्रियों के लिए कैफ़े और अन्य व्यवस्था भी की गई है.